कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है । Kotak Mahindra Bank Ka Malik Kaun Hai

आज के समय में हमारे आर्थिक स्थिति या फिर किसी भी चीज की जरूरतों के लिए हमें पैसे की जरूरत होती है और वह पैसे हमें बैंक Provide कर आते हैं,

बस फर्क इतना होता है कि हममें से बहुत से लोग जॉब करके पैसे कमाते हैं और बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो अपने बिजनेस करके पैसे को कम आते हैं, लेकिन दोनों ही चीजों में एक चीज समान होती है।

वह है पैसे की जरूरत और वह पैसे की जरूरत बैंक पूरी करता है। इसी तरह से आज हम आपको एक ऐसे बैंक के विषय में बताएंगे जिसका नाम आपने अवश्य सुना होगा।

कोटक महिंद्रा बैंक का नाम आप सभी ने जरूर सुना होगा, क्या आपको पता है कि कोटक महिंद्रा बैंक कहां का बैंक है? कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है?

कोटक महिंद्रा बैंक की स्थापना कब हुई थी? कोटक महिंद्रा बैंक का ओनर (Owner) कौन है? कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ (CEO) कौन है? 

अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल उठते हैं और आप जानना चाहते हैं कि कोटक महिंद्र बैंक का मालिक कौन है तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़िएगा।

आज के इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी उलझन दूर हो जाएगी और आपको कोटक महिंद्रा बैंक से संबंधित पूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में प्राप्त होगी,

तो चलिए ज्यादा समय को ना जाया करते हुए अपने इस आर्टिकल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है?

कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है (Kotak Bank Ka Malik Kaun Hai)

 कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है?

कोटक महिंद्रा बैंक के मालिक उदय कोटक जी है तथा उनकी पत्नी का नाम पल्लवी कोटक है। उदय कोटक जी के पिता का नाम सुरेश कोटक है तथा उदय कोटक जी का जन्म 15 मार्च 1959 को मुंबई शहर में हुआ था।

उदय कोटक जी का जन्म मुंबई में गुजराती लोहाना मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके परिवार में 60 सदस्य थे, जो बड़े घर में एक ही छत के नीचे रहा करते थे। उनके पिता पार्टीशन के बाद कराची से इंडिया आए थे। उनकी फैमिली को टर्न ट्रेंडिंग से जुड़ी हुई थी।

उदय कोटक जी ने मरीन ड्राइव स्थित हिंदी विद्या भवन से अपनी पढ़ाई पूरी की थी, उन्हें क्रिकेट खेलने और सितार बजाने का काफी शौक था।

सिडैनहैम कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरी की थी। ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने जमाल लाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडी को ज्वाइन किया।

जब वह Mba 1st year में थे तो उनका major accident हो गया था, जिसके कारण उनका emergency surgery करना पड़ा, जब वे ठीक हुए तो कॉटन एक्सपोर्ट का फैमिली बिजनेस join कर लिए।

MBA पूरा करने के बाद उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हे family Business नहीं करना है, क्योंकि हर decision के लिए परिवार के सभी लोगों से dill करनी पड़ रही थी, जो उन्हें पसंद नहीं था।

उन्होंने हिंदुस्तान लीवर में जॉब के लिए भी अप्लाई किया और उसमें सेलेक्ट भी होगा फिर उन्होंने 300 स्क्वायर फीट स्पेस के ऑफिस में फाइनेंशियल कंसलटेंसी का काम शुरू किया और 1985 में उन्होंने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड कंपनी की शुरुआत की।

फिर उनकी मुलाकात आनंद महिंद्रा जी से हुई, उन्होंने उदय कोटक जी की शुरुआती कंपनी में अपना invest किया। इसके बाद कंपनी का नाम कोटक महिंद्रा फाइनेंस रख दिया गया और उनका बिज़नेस (Business) आकार लेने लगा।

फिर उन्होंने सूझबूझ से अपनी कंपनी को आगे बढ़ाने पर सिर्फ फोकस किया और 2003 में कोटक महिंद्रा फाइनेंस बैंक में covert हो गई।

आज उदय कोटक जी का नाम सफल उद्योगपतियों में शुमार है, और साथ ही भारत के 10 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में भी आते हैं।

कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत फरवरी 2003 में मुंबई शहर से की गई थी और आज के समय में कोटक महिंद्रा बैंक देश के लगभग सभी शहरों में अपनी बैंकिंग सेवाएं दे रहा है।

कोटक महिंद्रा बैंक किस देश का बैंक है?

कोटक महिंद्रा बैंक भारत देश का ही बैंक है और इसकी बैंकिंग सेवाएं देश के अलग-अलग शहरों में लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। आज के समय में कोटक महिंद्रा बैंक की कुल 1623 और करीब 2520 एटीएम मशीन है।

कोटक महिंद्रा बैंक के Owner तथा CEO कौन है?

कोटक महिंद्रा बैंक के Owner तथा CEO भी उदय कोटक जी ही हैं, इन्होंने ही कोटक बैंक की शुरुआत की थी और 1 मई 2018 से यह CEO पद पर कार्यरत है।

कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत कैसे हुई? (Details about Kotak Mahindra Bank)

1980 के दशक में कई विदेशी बैंकों ने भारत में अपने office खोलें, विदेशी बैंकों के जरिए उदय कोटक जी को फाइनेंस जुटाने की और अवसर प्राप्त हो गए।

1985 को जैसे मानो उदय कोटक जी का भाग्य का दरवाजा खुल गया हो। उनकी दो दोस्त ग्रीनलैंड के सिडनी पीटो और मेंटर ने उनको खुद की फाइनेंस कारोबार शुरू करने को कहा।

उसके बाद उन्होंने उसी साल पल्लवी से मुलाकात की, जो उनकी जीवन साथी बनी। इसी साल आनंद महिंद्रा से भी उनकी मुलाकात हुई और फिर उन्होंने महिंद्रा ओगी के लिए उदय कोटक जी को पैसे(invest) दिए।

उनके दो दोस्तों के बाद आनंद ने भी उनसे खुद का फाइनेंस कारोबार शुरू करने को कहा और फिर उन्होंने 1986 में आनंद महिंद्रा की मदद से 3000000 रूपए में कंपनी शुरू की और कोटक महिंद्रा की शुरुआत इस तरह आज से लगभग 36 वर्ष पहले हुई।

जब उदय कोटक जी अनिल अंबानी की शादी में गए तो उनकी मुलाकात एक दोस्त से हुई, जो एफडी के कारोबार से पिंड छुड़ाना चाह रहा था,

फिर उदय कोटक जी ने उससे उस कारोबार को 5000000 में ले लिया। उसके बाद उन्होंने वही के पास के स्ट्रीट में ऑफिस लिया और 5 वर्ष में ही कोटक महिंद्रा मर्चेंट बैंकिंग में शामिल हो गई।

फिर 1991 में ही कंपनी पब्लिक हो गई और उसके बाद उनकी यह सफलता चलती गई और अंत में 2003 में उन्होंने मुंबई में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) की अनुमति मिलने के बाद कोटक महिंद्रा बैंक की स्थापना की।

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कोटक 811 बचत खाता क्या है? (Kotak 811 Saving Account Kya Hai)

कोटक 811 एक डिजिटल जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट(Digital Zero Balance Saving Account)है, जो कोटक महिंद्रा बैंक के बचत खाते का ही प्रकार है।

इसका मतलब यह है कि इसमें आप को न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार का जुर्माना कोटक महिंद्रा बैंक को नहीं देना पड़ता और बिना किसी चिंता के अपने अंतिम शेष राशि तक हम पैसे खर्च कर सकते हैं।

आसान भाषा में कहें तो कोटक 811 बचत खाते में हमें अंतिम शेष राशि तक भी खर्च हम कर सकते हैं, वास्तव में इसमें आपको एक औसत से राशि भी नहीं रखनी पड़ती है,

हालांकि यदि आप एक संतुलन बनाए रखना चाहते हैं तो आप अपनी बचत पर औसत ज्ञात से अधिक इसके अंतर्गत कमा सकते हैं।

Conclusion 

आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है? मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर कोटक महिंद्रा बैंक से संबंधित पूर्ण जानकारी हासिल हो गई होगी।

अगर आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर कीजिएगा।

अगर आपके मन में इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट कर कर अपना प्रश्न पूछ सकते हैं।

धन्यवाद

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