इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा?
मुद्रा लोन लेकर उसे ना चुका पाने की स्थिति में उस उधारकर्ता के साथ क्या हो सकता है?
दोस्तों देश में जितने भी छोटे व्यापारी हैं, और उनके जो भी छोटे व्यापार हैं, उन्हें बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा mudra loan या कहें प्रधानमंत्री ‘मुद्रा लोन योजना’ की शुरुआत की गई थी।
जिसका उद्देश्य देश के लघु और मध्यम उद्योगों, और अन्य छोटे businesses को बढ़ावा देने के लिए, व्यापारियों को बैंकों से आसान शर्तों पर लोन उपलब्ध कराने का है।
वर्तमान समय में बहुत बड़ी संख्या में छोटे व्यापारियों ने mudra loan लिया हुआ है, और अभी भी ले रहे हैं।
अब इस mudra loan से संबंधित एक बहुत ही कॉमन सवाल कई लोगों के मन में आता है कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा? या मुद्रा लोन नहीं चुकाने पर क्या हो सकता है?
यहां इस लेख में हम मुख्य तौर पर इसी की बात करेंगे कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा?
यदि कोई उधारकर्ता मुद्रा लोन लेकर उसे नहीं चुकाता है, तो आगे की प्रक्रिया क्या होती है? आदि।
Mudra loan न चुकाने पर क्या होता है?
अगर कोई भी व्यक्ति मुद्रा लोन सही समय पर नहीं चुका पाते हैं तो ऐसी स्थिति में उसकी संपत्ति को बैंक कानूनन तौर पर जब्त कर सकती है और उसे नीलाम करके ली गई लोन की राशि वसूल सकती है।
परंतु लोन नहीं देने का आपका कारण सही है तो बैंक आप से जबरन लोन की वसूली नहीं कर सकता है। अगर आपको मुद्रा लोन के विषय में नहीं पता तो आइए पहले उसके बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
सबसे पहले हम, मुद्रा लोन क्या है, इसके बारे में थोड़ा बात कर लेते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY – Pradhan Mantri Mudra Yojana) के तहत Micro Units Development and Refinance Agency (MUDRA) loan scheme भारत सरकार की एक पहल है, जो छोटे व्यापारियों को, SME (small medium enterprises) और MSME (micro small and medium enterprises) को लोन प्रदान करती है।
आसान भाषा में, छोटे व्यापारी कोई व्यापार शुरू कर ले या फिर पहले से चल रहे व्यापार को बढ़ाने के लिए आसान शर्तो पर बैंकों से मुद्रा लोन ले सकते हैं।
MUDRA के तहत 3 लोन योजनाएं शिशु (50,000 तक का लोन), किशोर (50,000 से 5,00,000 तक का लोन) और तरुण (अधिकतम 10,00,000 तक का लोन) आती हैं।
मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई गारंटी देने या गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
इस लोन का भुगतान उधारकर्ता 3 साल से 5 साल तक कर सकते हैं।
बात करें कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा तो इसमें वही सारी चीजें आ जाएंगी, जो अन्य किसी दूसरे लोन जैसे पर्सनल लोन आदि के लिए लागू होती है।
क्योंकि मुद्रा योजना के अंतर्गत लिया गया मुद्रा लोन भी बैंक ही प्रदान करती है।
इसे भी बैंक एक नॉर्मल लोन की तरह ही देखती है।
Mudra Loan Toll Free Number 2022
अगर मुद्रा लोन लेते समय आपको किसी भी परेशानी का सामना करना पड़ता है तो आप मुद्रा लोन के टोल फ्री नंबर (Toll Free Number) पर Call करके अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
हमारे देश के अंदर विभिन्न राज्य है जिसके लिए टोल फ्री नंबर (Toll Free Number) भी विभिन्न निर्धारित किया गया है, जो कुछ इस प्रकार है:-
- अंडमान और निकोबार – 18003454545
- आंध्र प्रदेश – 18004251525
- अरुणाचल प्रदेश – 18003453988
- असम – 18003453988
- बिहार- 18003456195
- चंडीगढ़ – 18001804383
- छत्तीसगढ़ – 18002334358
- दादरा और नगर हवेली – 18002338944
- दमन और द्वीप – 18002338944
- गोवा – 180023333202
- गुजरात – 180023338944
- हरियाणा – 18001802222
- हिमाचल प्रदेश – 18001802222
- जम्मू- कश्मीर 18001807087
- झारखंड – 18003456576
- कर्नाटक – 180042597777
- केरल – 180042511222
- मध्य प्रदेश – 180023334035
- महाराष्ट्र – 18001022636
- मणिपुर – 18003453988
- मेघालय – 18003453988
- मिजोरम – 18003453988
- नागालैंड – 18003453988
- दिल्ली – 18001800124
- उड़ीसा- 18003456551
- पंजाब – 18001802222
- राजस्थान – 18001806546
- सिक्किम – 18003453988
- तमिल नाडु – 18004251646
- तेलंगाना – 18004258933
- त्रिपुरा – 18003453344
- उत्तर प्रदेश – 18001027788
- उत्तराखंड – 18001804167
- पश्चिम बंगाल – 18003453344
Helpline Number – 1800180111
1800110001
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन ना चुकाने पर क्या होगा?
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन न चुका पाने की स्थिति में बैंक या वित्तीय संस्था वही कार्यवाही करेगा, अन्य किसी भी लोन की स्थिति में करता है। जैसे-
Bank उधारकर्ता का सिविल स्कोर खराब कर सकता है
यदि MUDRA Loan लेने के बाद आप उसे नहीं चुकाते हैं तो बैंक आपका CIBIL score खराब कर देती है।
आपने बैंक से लोन लिया है, और आपने वह लोन नहीं चुकाया है, इसकी पूरी जानकारी बैंक सिविल कंपनी को दे देती है, जिसके बाद आपका सिविल score खराब हो जाता है।
In general, चाहे आप किसी भी loan के लिए apply करना चाहते हों, CIBIL score लोन approved होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
यदि आपका CIBIL Score खराब हो जाता है, तो आगे किसी भी प्रकार का लोन मिलने में आपको काफी असुविधा होती है।
Mudra loan नहीं चुकाने पर आपके खराब बने cibil score के चलते आप आगे अन्य किसी प्रकार का लोन नहीं ले पाएंगे।
Bank उधारकर्ता के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई कर सकता है
MUDRA LOAN एक असुरक्षित लोन है, यानी इसमें रिकवरी के लिए Bank के पास आपकी कोई संपत्ति गिरवी नहीं होती, ऐसे में Bank, loan की रकम वसूलने के लिए अलग-अलग तरह के प्रयास करता है।
Loan की रकम ना चुकाने पर Bank आपके खिलाफ कार्यवाही करता है, लेकिन Bank की भी कुछ limitations होती हैं।
RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही Bank काम कर सकता है।
यदि आप मुद्रा लोन लेने के बाद उसे चुकाने में असमर्थ हैं, तो ऐसे में आपको कोई बहुत ज्यादा परेशान होने की जरुरत भी नहीं है।
Loan defaulter के लिए rules निर्धारित हैं, बशर्ते loan न चुका पाने का आपका reason genuine होना चाहिए।
किसी भी कारण से अगर उधार करता मुद्रा लोन नहीं चुका पाते हैं, तो बैंक द्वारा इसे NPA (non performing asset) घोषित कर दिया जाता है।
यानी Bank उसे गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) के रूप में वर्गीकृत कर देता है, और कर्जदार को दिवालिया मान लेता है।
पर Bank अपना पैसा NPA में नहीं जाने देना चाहता है, इसलिए वह उधारकर्ता को छोटे EMIs में कम से कम मूलधन का भुगतान करने को कहता है, और सभी ब्याज माफ़ कर दिया जाता है।
ऐसे में इसका यह फायदा तो है लेकिन इससे भी Credit score खराब हो जाता है, और उधारकर्ता के लिए भविष्य में कोई भी loan लेना मुश्किल हो जाता है।
कई लोग ऐसे भी होते हैं जो जान बूझकर loan नहीं चूकाते हैं।
उन्हें लगता है कि वह Bank को गलत कारण देकर loan चुकाने से बच सकते हैं।
पर यदि कोई सही कारण नहीं होता है, और Bank द्वारा ऐसा पाया जाता है कि loan defaulter के पास loan ना चुकाने का कोई genuine कारण नहीं है, तो उस स्थिति में loan लेने वाले पर legal action लिया जा सकता है।
कानून की IPC की धाराओं के तहत उसे जेल भी हो सकती है।
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Loan न चुका पाने पर जेल होना जरूरी नहीं है –
अगर loan नहीं चुका पाने का आपका reason सही है, तो loan लेने वाले को जेल नहीं होगी।
जैसे कि यदि उधारकर्ता की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो इस मामले में, कई बार Bank पहले ही loan का बीमा कर चुका होता है, जिसका भुगतान उधारकर्ता से लिया जाता है।
भविष्य में ऐसा हो जाने पर Bank अपने पैसे की वसूली बिमा कंपनी से करता है। इस स्थिति में Bank का पैसा डूबता नहीं है।
इसके अलावा अगर loan लेने वाले के साथ कोई दुर्घटना हुई है जिसके कारण वो कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं तो Bank तत्काल कानूनी कार्रवाई नहीं करता है, इसकी भी एक प्रक्रिया है।
पहली EMI का भुगतान नहीं होने से कार्यवाही शुरू तो होती है लेकिन यह कार्यवाही गंभीर नहीं होती है।
यह प्रक्रिया इस बात पर भी निर्भर करता है bank और ग्राहक के सम्बन्ध अच्छे हैं या नहीं।
गंभीर रूप से बीमार या गंभीर रूप से दुर्घटना ग्रस्त होने की स्थिति में Bank loan लेने वाले को पूरा समय देता है।
Reserve Bank of India (RBI) ने अपने निर्देश में साफ तौर पर इसके लिए instructions दिए हैं।
उधारकर्ता की financial condition यदि बहुत खराब हो जाती है और वह ऋण चुकाने में असमर्थ है, तो Bank आपको एकमुश्त ऋण निपटान का विकल्प देता है।
बैंक पूरी कोशिश करता है कि किसी भी तरह से उसका बिलकुल कम से कम नुकसान हो।
Bank आवेदक से सीधा संपर्क करके loan settlement करने का प्रयास करता है।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बात की है कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा? या मुद्रा लोन न चुका पाने पर क्या होता है?
सरकार द्वारा शुरू की गई मुद्रा लोन का लाभ बहुत से छोटे व्यापारी उठा रहे हैं।
कई बार ऐसा होता है कि उधारकर्ता लोन नहीं चुका पाते हैं।
ऐसे में वे इस बात की जानकारी चाहते हैं कि मुद्रा लोन न चुकाने पर क्या होगा? यहां हमने इसी बात पर चर्चा की है।
धन्यवाद
मैं Megha Gupta मैंने अपनी ग्रेजुएशन फ़िज़िक्स से की हुई है, पर मेरा interest फाइनेंस सेक्टर में भी बहुत ज़्यादा है, इसीलिए मैंने 2 साल से फाइनेंस सेक्टर पर कंटेंट राइटिंग के लिए काम कर रही हूँ, इन 2 सालों में मैंने freelancer के तौर HeatRec solution के फाइनेंस बेस्ड वेबसाइट पर कंटेंट राइटर का भी काम किया है।