श्रमिक कार्ड के फायदे और नुकसान 2024: जानिए इस साल की नई उपडेट्स और ताजगी!

श्रम कार्ड योजना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आरंभ की गई है, जिससे गरीबों और श्रमिकों को आर्थिक साहित्य मिले।

ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से श्रमिक वर्ग के लोग E Shram Card प्राप्त कर सकते हैं और हर महीने ₹500 से ₹2000 की आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से, देशभर से अधिकांश 28 करोड़ श्रमिकों ने दिसंबर 2022 तक योजना में रजिस्ट्रेशन करवाया है।

यह योजना असंगठित क्षेत्र से जुड़े मजदूरों, लेबरर्स, और किसानों को सरकारी सहायता पहुंचाने का प्रयास है।

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय योजना के तहत, 38 करोड़ श्रमिकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

अधिकारी बता रहे हैं कि सरकारी कर्मचारी, पेंशन लेने वाले, या संवैधानिक पद पर होने वाले इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं। पीएम किसान सम्मान निधि लेने वाले भी इससे वंचित हैं।

इस योजना का लाभ पाने के लिए आपको सबसे पहले श्रमिक कार्ड क्या है, श्रमिक कार्ड के फायदे 2023 के बारे मे जानना जरूरी है।

श्रमिक कार्ड क्या है (Shramik Card Kya Hai)

श्रमिक कार्ड भारत सरकार द्वारा श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत बनाया गया है। इसमें श्रमिक के नाम, व्यवसाय पता, काम का प्रकार, योग्यता, और परिवार का विवरण होता है।

यह सरकार को मजदूर की कुशलता और जरूरतों के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है, जिससे रोजगार सुविधाएं और भी बेहतर रूप से प्रदान की जा सकती हैं।

इसके माध्यम से सरकार श्रमिकों को उनके कौशल और अनुभव के आधार पर उच्चतम स्तर के रोजगार के लिए समर्थ बनाने का प्रयास कर रही है।

Name of the Schemeश्रमिक कार्ड
Post typeश्रमिक कार्ड के फायदे 2023
किसके द्वारा शुरू किया गया (Started by)श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा
योजना लाभार्थी (scheme beneficiary)मजदूर एवं गरीब वर्ग के लोग
योजना का उद्द्देश्य (objective of the plan)आर्थिक मदद करना
राज्य (State)उत्तर प्रदेश
official websiteuplabour.gov.in
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श्रमिक कार्ड के फायदे 2024

1. दुर्घटना में मृत्यु (Accidental death):

  • अगर किसी श्रमिक कार्ड धारक की दुर्घटना में मृत्यु होती है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपए मिलते हैं, बिना प्रीमियम जमा करने पर ।

2. सामान्य मृत्यु (Normal death):

  • सामान्य मृत्यु के मामले में भी 30,000 रुपए की सहायता प्रदान की जाती है।

3. अपाहिजता में सहायता (Disability assistance):

  • दुर्घटना में अपाहिज होने पर 37,500 रुपए की सहायता दी जाती है, और पूर्ण अपाहिजता की स्थिति में सरकार से 75,000 रुपए मिलते हैं।

4. अस्पताल इलाज (Hospital Treatment):

  • दुर्घटना में घायल होने पर अस्पताल में भर्ती होने पर सरकार द्वारा 5,000 रुपए तक का नि:शुल्क इलाज प्रदान किया जाता है।

5. लोन और शिक्षा मे सहायता (Loan and education assistance):

  • श्रमिक कार्ड धारकों को ब्याज रहित 1.25 लाख रुपए का घर बनाने के लिए लोन प्रदान किया जाता है। बेटी की शादी के लिए 50,000 रुपए की सहायता भी मिलती है।

6. पेंशन और शिक्षा मे सहायता (Pension and education assistance):

  • प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना में जुड़कर 60 साल के बाद मासिक 3,000 रुपए की पेंशन मिलती है। शिक्षा सहायता योजना के तहत बच्चों को 12 वीं तक मुफ्त शिक्षा उपलब्ध है।

7. साइकिल और मजदूरी के औजार (Bicycles and labor tools):

  • उत्तर प्रदेश में श्रमिक कार्ड धारकों को साइकिल खरीदने के लिए 3,000 रुपए प्रदान किए जा रहे हैं, और सभी को मजदूरी के लिए आवश्यक औजार भी प्रदान किए जा रहे हैं।

8. संकट काल में मासिक भत्ता (Monthly allowance in times of crisis):

  • आपातकालीन स्थिति में, जैसे कोरोना काल में, सभी श्रमिक कार्ड धारकों को 2,000 रुपए मासिक भत्ता प्रदान किया गया है।

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ई-श्रम कार्ड में क्या क्या योजनाएं हैं?

1. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना:

  • ई-श्रम कार्डधारियों को योजना के तहत 60 साल की आयु तक मासिक पेंशन प्रदान की जाती है।

2. राष्ट्रीय पेंशन योजना:

  • स्वरोजगारी श्रमिकों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत पेंशन का लाभ प्रदान किया जाता है।

3. अटल पेंशन योजना:

  • श्रमिक कार्डधारियों को आयुस्मान भारत, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत बीमा का लाभ दिया जाता है।

4. प्रधानमंत्री आवास योजना:

  • श्रमिकों को सस्ते और आधुनिक आवास की सुविधा प्रदान की जाती है।

5. राष्ट्रीय सामाजिक सहायता योजना:

  • आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजनाओं के लाभ भी श्रमिकों को प्रदान किए जाते हैं।

6. दुर्घटना बीमा:

  • श्रमिकों को दुर्घटना के मामले में बीमा का लाभ प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें वित्तीय सहायता मिलती है।

7. स्वरोजगार योजनाएं:

  • अपने व्यापार या उद्यम में स्थापित होने वाले श्रमिकों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न योजनाएं उपलब्ध हैं।

इन योजनाओं से श्रमिक कार्डधारियों को विभिन्न क्षेत्रों में लाभ होता है और उन्हें सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा का अनुभव होता है।

श्रमिक कार्ड कौन बनवा सकता है ?

किसी भी असंगठित क्षेत्र में काम करने वाला भारतीय नागरिक, जिसकी आयु 16 से 59 वर्ष के बीच है, वह श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है।

इसके लिए ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक है, जिससे उसे अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है।

इस पंजीकरण के माध्यम से श्रमिक को 2 लाख रुपये का एक्सीडेंट बीमा कवर भी प्राप्त होता है, जो उसे किसी दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।

श्रमिक कार्ड के नुकसान 2024

तकनीकी समस्याएं (Technical problems):

  1. ऑनलाइन प्रणाली में तकनीकी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि internet coincidence, सर्वर क्रैश की वजह से श्रमिकों को इस्तेमाल करने में परेशानी हो सकती है।

गोपनीयता का संकट (Privacy Crisis:):

  1. श्रमिकों की गोपनीयता पर असर हो सकता है, क्योंकि इस प्रक्रिया में उनकी निजी जानकारी साझा की जाती है, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक कार्ड का उपयोग करना आवश्यक होता है।

मौजूदा प्रणाली की कमियां (Shortcomings of the current system):

  1. श्रमिक कार्ड के लागू होने के बावजूद, मौजूदा प्रणाली में कुछ कमियां होती हैं, जिससे श्रमिकों को अपनी जानकारी को Updates करने में दिक्कतें हो सकती हैं और संगठनों और सरकारी प्रक्रियाओं के बीच सम्बन्ध बनाने मे समय लगता है।

धोखाधड़ी का खतरा (Risk of fraud):

  1. श्रमिकों को धोखाधड़ी का खतरा हो सकता है, क्योंकि कुछ दुर्भाग्यपूर्ण तत्वों का उपयोग करके अवैध श्रमिक पहचान कार्ड बनाए जा सकते हैं और उनकी निजी जानकारी को गलत तरीके से उपयोग किया जा सकता है।

नए यूजर्स के लिए अज्ञानता (ignorance for new users):

  1. नए यूजर्स के लिए श्रमिक कार्ड के बारे में जानकारी की कमी होती है, जिससे वे इसका सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाते हैं।

इन समस्याओं के साथ, श्रमिकों को सतर्क रहना और सुरक्षा के उपायों को ध्यान में रखकर ई श्रमिक कार्ड का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल मे हमने जाना कि केंद्र सरकार की ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड श्रमिकों को दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ है।

इस योजना में बीमा प्रीमियम का भुगतान नहीं करना पड़ता है। अगर कोई श्रमिक मर जाता है या पूर्ण रूप से दिव्यांग हो जाता है, तो केंद्र सरकार 2 लाख रुपये देती है, और आंशिक दिव्यांगता में एक लाख रुपये दिए जाते हैं।

इस योजना के तहत 16 से 59 वर्ष के रजिस्टर्ड श्रमिक शामिल हो सकते हैं, जो उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।

धन्यवाद

श्रमिक कार्ड कैसे बनवाया जा सकता है?

श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन ई-श्रम पोर्टल पर किया जा सकता है, जहां आपको आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होती है।

श्रमिक कार्ड होने पर श्रमिक को कैसे मदद मिलती है?

श्रमिक कार्ड होने पर सरकार उन्हें विभिन्न योजनाओं के लाभ का हकदार बनाती है, जिससे उन्हें आर्थिक समर्थन मिलता है।

श्रमिक कार्ड के लिए कितनी शुल्क लगती है?

श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन करना मुफ्त होता है और इसमें कोई शुल्क नहीं होता है।

श्रमिक कार्ड से जुड़े अधिक विवरण कहाँ देख सकते हैं?

श्रमिक कार्ड से जुड़े अधिक विवरण के लिए ई-श्रम पोर्टल पर लॉग इन करके देखा जा सकता है।

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