क्या आपको प्रधानमंत्री विकलांग लोन योजना 2023 के विषय में पता है क्या आप जानते हैं कि सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विकलांग लोन योजना के तहत विकलांग लोन पर कितनी छूट दी जा रही है।
अगर आप इस बात से अनजान है तो हमारे इस आर्टिकल को अवश्य पढ़िएगा, जिससे आप भी अगर विकलांग श्रेणी में आते हैं तो विकलांग लोन योजना का फायदा उठा सकें।

विकलांग लोन क्या होता है?
आज हम जानेंगे -
जब कोई विकलांग व्यक्ति बैंक या कोई सरकारी संस्था से लोन के लिए आवेदन करता है तो उसे विकलांग लोन कहा जाता है। जिससे बैंक उनकी विकलांगता सर्टिफिकेट के जरिए लोन दे देती है। जिसकी सहायता से वह अपने आपको आत्मनिर्भर बना पाते हैं।
भारत में काफी तेजी से विकलांग लोन की मांग बढ़ रही है यह सच्चाई है कि भारत में मेडिकल साइंस की मदद से विकलांग व्यक्ति को अपनी हालत में काफी सुधार देखने को मिल रहा है, किंतु सरकार की ओर से ऐसे व्यक्ति जिनकी विकलांगता 40% या उससे अधिक है।
उनकी भावनाओं को समझते हुए उन्हें विकलांग लोन योजना के साथ जोड़ा जा रहा है जिससे वह अपना कोई व्यवसाय शुरू कर सके या अपनी उच्च शिक्षा हासिल कर सकें।
प्रधानमंत्री विकलांग लोन योजना 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा विकलांगों के लिए दिव्यांगजन स्वावलंबन योजना चलाई जा रही है। इस लोन योजना को चलाने का सरकार का उद्देश्य यह है कि वह हमारे देश के विकलांग व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बना सके तथा उन्हे सशक्तिकरण प्रदान कर सकें।
प्रधानमंत्री विकलांग योजना के जरिए ऐसे विद्यार्थी जो 12वीं के बाद ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट या टेक्निकल कोर्स जैसी पढ़ाई करना चाहते हैं, उन्हें सरकार की ओर से अनुमोदित किया जाता है।
व्यवसाय किया कौशल विकास कल आए उन्हें सिखाई जाती है, जिससे वह रोजगार में अपना कदम बढ़ा सकें। इसके लिए हर एक जिला PMKVY संस्था की ओर से आईटीआई डिप्लोमा तथा अन्य प्रकार के कोर से सिखाए जाते हैं। जिससे उन्हें रोजगार या स्वरोजगार करने में मदद मिल सके।
PMKVY Certificate download link 2023
विकलांग लोन के लिए योग्यता
- आवेदक भारतीय होना चाहिए।
- आवेदक की विकलांगता 40% या उससे अधिक होनी चाहिए।
- अगर आवेदक एजुकेशन लोन लेना चाहता है तो उसके लिए उम्र की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
- एजुकेशन लोन को छोड़कर आवेदक जिस भी लोन के लिए अप्लाई करना चाहता है, उसके लिए उनकी न्यूनतम उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- किंतु मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए न्यूनतम उम्र 14 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक की उम्र की गणना दसवीं की सर्टिफिकेट से की जाएगी।
- आवेदक के पास वैद्य पहचान पत्र होना चाहिए।
- आवेदक के पास वैद्य पते का प्रमाण पत्र होना चाहिए।
विकलांग लोन अमाउंट एवं ब्याज दरें
विकलांग लोन के तहत कोई भी विकलांग व्यक्ति ₹500000 तक का लोन 5% से 9% तक के ब्याज दर पर प्राप्त कर सकता है।
Loan Amount | Interest Rate (per annum) |
₹50000 से कम | 5% |
₹50000 से ₹500000 तक | 6% |
₹500000 से ₹1500000 तक | 7% |
₹1500000 से ₹3000000 तक | 8% |
₹300000 से ₹5000000 तक | 9% |
विकलांग लोन में कितनी छूट दी जाती है
स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की तरफ से तैयार किए गए प्रस्ताव के मुताबिक अब विकलांगों को विकलांग लोन में सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ किसी भी संपत्ति की खरीद पर स्टांप शुल्क में छूट मिलेगी।
अभी तक विकलांग खरीदारों को केवल सरकारी संपत्ति की खरीद पर स्टांप शुल्क में छूट का प्रावधान किया गया था, किंतु अब वह किसी भी संपत्ति की खरीद पर स्टांप शुल्क का फायदा उठा सकते हैं।
स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक इस प्रस्ताव को वित्त समेत सभी विभागों की मंजूरी दी गई है। इसे जल्द ही कैबिनेट में भेजा जाएगा और इस छूट को लागू किया जाएगा।
स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की तरफ से तैयार किए गए प्रस्ताव के मुताबिक 80% से ज्यादा विकलांगता होने वाले खरीदार को 1000000 रुपए तक स्टांप ड्यूटी में छूट दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर ₹2000000 किए जाने का प्रस्ताव दिया गया है।
यानी 80% से अधिक विकलांगता वाला कोई भी व्यक्ति 2000000 रुपए तक की प्रॉपर्टी खरीद सकता है तो उसे स्टांप ड्यूटी नहीं चुकानी पड़ेगी। इसी प्रकार अगर किसी की विकलांगता 40 से 80% के बीच है तो उसे भी पहले के मुकाबले स्टांप ड्यूटी में 5 गुना से ज्यादा फायदा मिलेगा।
विकलांग लोन में अलग से कोई छूट नहीं दी जाती है, किंतु विकलांग लोन विकलांग व्यक्तियों को काफी कम ब्याज दर पर मुहैया कराया जाता है।
केवल महिला विकलांग व्यक्तियों को 1% ब्याज दर में छूट देने का प्रावधान रखा गया है।
कोई भी विकलांग व्यक्ति विकलांग लोन के तहत ₹500000 तक के लोन के लिए आवेदन कर सकता है। आप इस लोन के लिए किसी भी सरकारी बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा आवेदन करके प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपके पास विकलांग सर्टिफिकेट मौजूद हैं तो आप भी किसी सरकारी बैंक या वित्तीय संस्था द्वारा ₹5000000 तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और उस लोन की राशि का उपयोग आप अपने बिजनेस या उच्च शिक्षा हेतु कर सकते हैं।
यह लोन विकलांग श्रेणी के लोगों को काफी आसानी से मिल जाता है, किंतु उसके लिए आपके पास विकलांग सर्टिफिकेट होना चाहिए और उसमें 40% विकलांगता दर्ज होनी चाहिए, तभी आप विकलांग लोन योजना का लाभ उठा सकते हैं।
विकलांक लोन योजना बिहार 2023
बिहार के मुख्यमंत्री जी के द्वारा बिहार विकलांग सशक्तिकरण स्कीम की शुरुआत की गई है जिसके जरिए विकलांगों को सशक्तिकरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
यह योजना के तहत बिहार राज्य के सीएम द्वारा handicap लोगों को शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराने मैं मदद की जा रही है।
जिससे वह आर्थिक रूप से कमजोर ना हो। इस योजना के अंतर्गत बिहार गवर्नमेंट राज्य के विकलांग व्यक्तियों को अलग-अलग तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि उनकी जिंदगी का स्तर थोड़ा उठ सके और वह किसी पर आत्मनिर्भर ना रहे।
बिहार में विकलांगों के लिए केवल बिहार सशक्तिकरण इसकी में नहीं बल्कि कई सारी ऐसे कदम उठाए गए हैं, जिससे विकलांगों को आर्थिक मदद के साथ साथ हर एक क्षेत्र में मदद की जा सके।
जैसे –
- विकलांग छात्रवृत्ति योजना
- विकलांगों के लिए लोन
- दिव्यांग के लिए जॉब कोटा
- विकलांगों के लिए बिना फीस ट्रेन व बस की यात्रा
- विकलांगों के लिए खास स्कूल
- दिव्यांग के रोजाना खर्च के लिए वित्तीय सहायता
- विकलांगों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाना
विकलांक लोन योजना राजस्थान 2023
राजस्थान सरकार की ओर से विकलांग व्यक्तियों के लिए काफी सारी योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन अधिकतर लोग उन योजनाओं से अवगत नहीं होने के कारण उसका फायदा नहीं उठा पाते हैं।
राजस्थान सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजनाएं कुछ इस प्रकार है-
- विकलांग पेंशन योजना
- विकलांग छात्रवृत्ति योजना
- मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना
- सुखद दांपत्य विवाह अनुदान योजना
- उपकरण हेतु अनुदान योजना
- विशेष योग्यजन अनुप्रति योजना
- विशेष योग्यजन पालनहार योजना दिव्यांग योजना राजस्थान
- आस्था योजना
मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना फॉर्म pdf download 2023
विकलांग लोन योजना UP 2023
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिव्यांग पेंशन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत सरकार उन लोगों को पेंशन देती है जो जन्म से ही handicap हो तथा ऐसे व्यक्ति जिन्होंने किसी दुर्घटना में अपने शरीर का कोई अंग खो दिया हो, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिव्यांग पेंशन योजना का लाभ दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश विकलांग लोन योजना का लाभ ऐसे व्यक्ति भी उठा सकते हैं जिनकी विकलांगता 40% से अधिक हो जो भी व्यक्ति इसके लिए आवेदन करना चाहता है, उनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए तथा आवेदक BPL कैटेगरी का होना चाहिए।
उत्तर प्रदेश दिव्यांग पेंशन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें –
उत्तर प्रदेश दिव्यांग पेंशन योजना 2023
उत्तर प्रदेश राज्य से विकलांगों को मिलने वाली योजनाएं इस प्रकार है-
- दिव्यांग भरण पोषण अनुदान योजना
- सहायक उपकरण योजना
- दुकान निर्माण लोन योजना
- शादी-प्रोत्साहन योजना
- दिव्यांग तथा निवारण के लिए सल्य चिकित्सा के लिए अनुदान योजना
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में हमने दिव्यांग लोन योजना में कितनी छूट मिलती है? इसके विषय में जाना। साथ ही हमने कई ऐसी चीजों के विषय में भी जाना, जो अलग-अलग राज्यों में दिव्यांग लोगों को सहायता के रूप में प्रदान की जाती है।
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर दिव्यांग लोन योजना से संबंधित कई विषयों के बारे में पता चला होगा।
अगर आपको हमारा आज का आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें और अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमें बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट कर कर अपना सवाल पूछ सकते हैं।
धन्यवाद
FAQ : दिव्यांग लोन योजना से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
विकलांग लोन लेने के लिए आपके पास 40% या उससे अधिक विकलांगता का प्रमाण पत्र होना चाहिए। आप अपनी सभी दस्तावेजों को प्राप्त करने के बाद स्टेट चैनलांईजीग एजेंसी के पास जाकर आवेदन करके विकलांग लोन प्राप्त कर सकते हैं।
विकलांग लोन प्राप्त करने के लिए विकलांग व्यक्ति दसवीं पास होना चाहिए और स्वरोजगार बनाने के लिए अगर वह बिजनेस करना चाहता है या अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है तो उसे भारत सरकार के द्वारा 2500000 रुपए से ₹5000000 तक की राशि लोन के रूप में दी जाती है।